माँ सरस्वती पूजन

"सरस्वती पूजन का आरंभ"

विद्या की देवी सरस्वती का जन्मोत्सव बसंत पंचमी को मनाया जाता है।

यदि आप भी मां सरस्वती की पूजा कर उन्हें प्रसन्न करना चाहते हैं, तो बंसत पंचमी का दिन पूरे वर्ष के शुभ दिनों में से एक है।

जो व्यक्ति नया काम या शिक्षा के क्षेत्र में कुछ नया करने की सोचते हैं, उनके लिए यह दिन बहुत शुभ होता है।

"सरस्वती पूजा विधि"

जो भक्त सरस्वती माता की पूजा करने जा रहे हैं, वह सबसे पहले मां सरस्वती की प्रतिमा अथवा तस्वीर को सामने रखकर पूजन आरंभ करें।

सर्वप्रथम अपने आपको तथा आसन को शुद्ध करें। और आचमन के बाद मां को जल से स्नान करवाएं। इसके उपरांत माता को वस्त्र, चंदन, अक्षत, पुष्प, धूप, दीप, मिष्ठान, फल इत्यादि अर्पित करें। तत्पश्चात् मां सरस्वती की आरती करें।

आरती करने के बाद सभी भक्तों के मस्तक पर तिलक लगाएं, रक्षा सूत्र बांधें तथा सभी को प्रसाद दें। सभी भक्त अपनी पुस्तक, पेंसिल आदि मां सरस्वती के पास रख दें। और प्रार्थना करें, कि मां हमारे जीवन में आपकी कृपा सदैव बनी रहे। विद्या के क्षेत्र में हम सभी आगे बढ़ें, जिससे हमारा तथा जगत का कल्याण हो।

धन्यवाद

बोलिए सरस्वती मैया की जय।।

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