शनि ग्रह शांति पूजन
- विधिपूर्वक शनि ग्रह पूजन करवाने में 3 दिन व अधिकतम 5 दिन लगता हैं।
"शनि देव के बारे में जानें शास्त्रों की बात, धर्म के साथ"
शनिदेव एकमात्र ऐसे देव हैं, जिनसे लगभग सभी भय रखते हैं। विशेष तौर पर पृथ्वी वासी किसी अन्य देवी-देवता की पूजा करें न करें किन्तु शनिवार को शनि मंदिर जाना या शनि पूजा करना कभी नहीं भूलते। शनि दान लेने वाले की आवाज सुन कर तो हर आयु वर्ग के लोग सभी काम छोड़कर उसे दान देने के लिए हाजिर हो जाते हैं। जब वो शनि कृपा संबंधित ढेर सारे आशीर्वाद देता है तो व्यक्ति का तन और मन गदगद हो उठता है। शनि श्याम वर्ण के हैं इसलिए उन्हें काला रंग बहुत प्रिय है। शनि कृपा की इच्छा रखने वाले हर व्यक्ति को शनिवार के दिन काले कपड़े पहनने चाहिए। ललाट पर काले रंग का तिलक लगाना चाहिए। संभव हो तो अंतः वस्त्र भी काले पहनें। स्नान के जल में थोड़े से काले रंग के तिल डालकर नहाएं और इनका दान भी करें।
कुछ लोग मानते हैं की शनिवार के दिन यात्रा नहीं करनी चाहिए। अवश्यक हो तो पूर्व दिशा को छोड़कर अन्य किसी भी दिशा में यात्रा कर सकते हैं। ऐसी मान्यता है कि शनिवार के दिन इस दिशा में दिशा शूल होता है।शनि देव को न्याय का देवता कहा जाता है। शनि देव हर व्यक्ति के शुभ-अशुभ कर्मों का बराबर फल देते हैं। यदि किसी के जीवन में बार-बार समस्याएं आ रही हों, नौकरी में परेशानी, बेरोजगारी की समस्या, व्यापार या धन संबंधित परेशानी हो तो इसका एक कारण शनि की कुदृष्टि (कुंडली में शनि दोष) भी हो सकता है।
"ये शनि उपाय करेगा हर समस्या को दूर।"
अगर किसी का भाग्य उसका साथ नहीं दे रहा, लंबे समय से कोई नौकरी नहीं मिल रही हो तो शनि देव को खुश करने के लिए ये उपाय करें-
- शनि देव की कृपा पाने के लिए शनिवार या अमावस्या के दिन सूर्यास्त के समय पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का आटे से बना दीपक जलाएं।
- दीपक जलाने के बाद चंदन की माला से एक हजार बार इस शनि मंत्र का जप करें।
‘शनि मंत्र’
।। ॐ शं शनैश्चराय नमः ।।
- एक काला धागा पीपल वृक्ष की डाल में बांधे और उसमें तीन गांठ लगाएं, ऐसा करने से नौकरी संबंधित परेशानी शीघ्र ही दूर हो जाएगी।
- शनि मंत्र का जाप 23000 मंत्रों से होता है, जिसे योग आचार्य द्वारा संपन्न करवाएं l
"शनि देव करें हर कामना पूरी।"
यह बात कम ही लोगों की जानकारी में होगी कि शनि अमावस्या के दिन शनि देव की पूजा प्रदोष काल या रात्रि में ही की जाती है। यदि इस दिन कोई व्रत रखता है तो उसके लिए यह बड़ा ही लाभकारी दिन होगा। इस दिन पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं। दीपक जलाने के बाद शनि चालीसा का पाठ अवश्य करें।
"जानें शनि की दृष्टि से राशियों पर प्रभाव"
न्याय के देवता शनि देव सभी को अपने-अपने कर्मों के अनुरुप फल प्रदान करते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सभी बारह राशियों के जातकों पर शनि का प्रभाव अलग-अलग पड़ता है।
धन्यवाद
शनि देव आप पर कृपा करें l
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